Wednesday, March 3, 2010

IMT ki kahani... Pankaj Chandalia ki zubani...

Pankaj's story of 2 years at IMT. A story which touched my heart, a story which would touch any IMTian.. Thanx Bhai for giving me an opportunity to share your work. You have been one of the great friends i have found here and hope that this friendship lasts a lifetime...



कुछ आशाएँ और सपने लिए, हम पहुँचे IMT नागपुर मन में शंका लिए
घर से दूर एक नये आशियाँ में, अंजान शहर, अंजान लोगों के बीच
एक नई शुरुआत MBA करने को हम चले


Healthy Interaction का तो बहाना था, वास्तव में Seniors को अपनी धौंस जमाना था
रातभर जगाकर Seniors ने हमें यहाँ के Culture की आदत डाली,
Forums और Committee interview ने हमारी बॅंड बजा डाली
लेकिन इसी बीच हमने लोगों को जानना शुरू किया और हमारे Group Formation का प्रारंभ हुआ


Group Discussion की foundation तो OB ने की, इतनी Meetings तो वरना कभी की थी
कई बार तो Case Discussion के लिए जाना एक बहाना था,
Colleague या Groupmate पर लाइन मारने मगर जाना था
Number Crunching जयसिम्हा सर ने सिखाई,मगर उनके पीछे का Assumption कभी समझ नही आई
बंपी-बू की हरकतों पर हैरानी ,Gajavelli की Economy की कहानी
यही सब हैं हमारी पढ़ाई से related क़िस्से मेरी ज़बानी


M 34 में Promotion की जगह के लिए झपटा-झपटी ,
महासंग्राम मैं Immortals ने दी Seniors को पटकी
M 35 मैं CORE committee बन गई CHOR committee,
A Block की भसड़ में हुई rooms के लिए झपटा झपटी

यादें लेकर हम First year की मन में, बिछड़े दोस्तों से SIP के लिए
Project Report तो पता नहीं कैसे पूरी हुई, जैसे तैसे 10 हफ्ते कटे
फिर से दोस्तों से मिलने की तलब थी, चालू करने थे बातों के सिलसिले

फिर पहुँचे हम IMT, अब Seniors थे हो गये, कुछ तो गये A Block कुछ C Block ही रह गये
पुराने दोस्तों के साथ नये दोस्त बने और एक बार फिर से वही बक्चोदियो के सिलसिले चले
अपने SIP के किस्से सभी ने दोस्तों से share किए ,
कुछ ने था serious काम किया, कुछ मस्ती करके गये

Term 4 के hectic schedule ने हमारी बॅंड बजा दी, Projects, assignments ने टाइम की वॉट लगा दी
Capstone ने Strategy सिखाने की कोशिश की, मगर Courier results ने दोस्तो की लेने की आदत डाल दी
Management के ढीलेपन ने हम पर ऐसा असर डाला, Hunger strike पे गये हम
“270 in 30 “बन गया हमारा नारा
जन्मदिन पर लातें बन गया एक पक्का Rule
पंचू भाई की Maggi, गिरिधर भैया के Juice और Fruit
Co op की Coffee और Canteen का आलू पराठा
Mess के खाने ने हमारा वजन घटा डाला
घर से जो कोई भी कुछ भी लाया उसे हमने लूट डाला

बीते हुए दो साल हमारे दोस्त और दोस्ती के कारण सदैव यादगार रहेंगे,
लेकिन जो उतार चढ़ाव हुए वो भी मन में कहीं चुभेंगे
कई दोस्तों से नज़दीकियाँ बढ़ी ,कई पुरानो से दूरियाँ.
जो साल भर पहले तक मिला करते थे गले
वो Hello Hi तक ही सीमित रह गये
छोटे मोटे issues कब बड़े हो गये पता ही ना चला
मतभेद मिटाने के रास्ते में था कहीं अहंकार खड़ा


ज़िंदगी बहुत छोटी है दोस्तों और दोस्ती बहुत बड़ी
अपने अहम को इतना बड़ा मत बनाओ की उसमे छोटी पड़ जाए दोस्ती

1 comment:

  1. each and every nook n corner of our IMT has been covered..very nicely done

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